रह गए जूते और खून के निशान ।
चार कन्धों पर शहीदों का शव उठाइए ।
श्रधांजलि में फूल माला चढाइए।
सम्मान में दो चार गोली भी चलाइये
पहुँच जायेगी नेताओं की टोली ।
एक लाख जिन शहीदों ने खाई गोली ।
फिर माइक पर नेता सुनायेंगे भाषण ।
हम मओवादिओं पर लगाम लगायेंगे ।
मओवादिओं को अंधेरे में बारूद पहुचायेंगे ।
हम नेता है जान की नही है फिकर ।
झारखण्ड की ६० फीसद पुलिस है हमारे घर ।
वैसे भी मओवादिओं को हम ही बनाते हैं ।
चुनाव में वही तो हमें जीतते हैं ।
1 comment:
Thanks! fr visiting the bl;og and appreciating ! thanx alot !
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